भारतीय महिला क्रिकेट टीम 7 साल बाद टेस्ट मैच खेलने Country Ground, Bristol में उतरी , हाल ये थे की भारतीय टीम में मिताली राज और झूलन गोस्वामी को छोड़कर किसी भी खिलाड़ी को टेस्ट क्रिकेट का कोई तजुर्बा नहीं था। हालात और मुश्किल इसलिए भी थे क्योंकि ये टेस्ट उनको इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम के सामने खेलना था।
वही इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपना दबदबा मजबूत किया और 396 रन का विशालकाय स्कोर खड़ा कर दिया । जिसमें इंग्लिश कप्तान हीथर नाइट ने 95 रन और सोफिया डंकी ने 74 रन जोड़ दिए ।
जवाब में भारतीय टीम मात्र 231 रन ही बना सकी । पहली इनिंग्स में टीम के लिए स्मृति मंधाना ने 78 रन बनाए , पर उन्हीं के साथ अपना टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण कर रही शेफाली वर्मा ने 96 रन भारतीय टीम के लिए जोड़ें ।
इसके बाद पहली पारी में 165 रन की बढ़त लेने वाली टीम इंग्लैंड में भारत को फॉलोऑन दे दिया ।
और वही भारतीय टीम की दूसरी पारी की शुरुआत अस्थाई रही और उन्होंने अपना पहला विकेट मात्र 29 रन पर स्मृति मंधाना के रूप में गवा दिया। और यह सिलसिला देखते ही देखते भारत ने 199 पर 7 विकेट गवा दिए ।
लेकिन फिर स्नेह राना ने शिखा पांडे के साथ 8वे विकेट के लिए 41 रन की पार्टनरशिप की और तान्या भाटिया के साथ 104 रन की साझेदारी करके मैच को अपने बलबूते पर ड्रॉ की ओर मोड़ दिया।
अपना डेब्यू कर रही शेफाली वर्मा को दोनों इनिंग्स में अध्य शतक लगाने के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया ।
पर इसके साथ ही स्नेह राना को अपने डब्लू मैच में 4 विकेट और आध्या शतक जड़ने वाली भारत की पहली महिला क्रिकेट बनकर उन्होंने इतिहास रच दिया ।