दैनिक भारती (ब्यूरो): कहतें है कि जब कोई लाखों रुपये खर्च करके अपने लिए एक नई लग्ज़री कार खरीदता है तो यही सोच कर खरीदता है कि वह अपनी उस गाड़ी को कम से 2 या 3 साल तक ज़रूर चलाएगा और अगर इस दौरान उसे कहीं से कोई वाज़िब दाम मिलता है तो ही वह उस गाड़ी को बेचने को सोचेगा। मगर कई बार कुछ ऐसा हो जाता है कि आदमी गुस्से में अपनी लाखों रुपए की कार को कौड़ियों के भाव बेच देता है। हुआ कुछ यूं कि लुधियाना दिल्ली नैशनल हाईवे पर कार के दुर्घटनाग्रस्त होकर पलटने से गुस्साए लग्जरी कार के मालिक ने अपनी लाखों रुपयों की कीमती कार को 50 हजार रुपए में एक कबाड़िए को बेच दिया और अपने दोस्तों के साथ बस पकड़ कर दिल्ली के लिए रवाना हो गया।
जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश का रहने वाला साबू अपने 8 दोस्तों के साथ अपनी मोहिंद्रा अग्जाईलो 7 सीटों वाली गाड़ी यू.पी.-21-सी.बी-1827 में सवार होकर जम्मू-कश्मीर की ठंडी वादियों में घूमने के लिए निकला था। वापस जाते वक्त आज जैसे ही उनकी गाड़ी फिल्लौर के नजदीकी गांव भट्टियां के नैशनल हाईवे पर पहुंची तो तेज रफ्तार गाड़ी का आगे का टायर फट गया। जिससे उनकी गाड़ी पल्टियां खाती हुई नैशनल हाईवे से नीचे उतर सब लाईन पर पहुंच गई। संयोगवंश किसी को भी कोई गंभीर चोट नहीं लगी। घटना के वक्त सरबजीत मौके पर पहुंच गया जिन्होंने लोगों की मदद से सभी को बाहर निकाल ईलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया। जहां डाक्टरों ने मामूली खरोंचें देख ईलाज के बाद सभी को वापस भेज दिया। साबू और उसके 8 दोस्त घटना स्थल के
नजदीक एक ढाबे पर पहुंचे। दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी को देख उसके मालिक साबू को इस कदर गुस्सा आ गया कि उसने अपने दोस्तों से कहा कि अब वह कभी भी दोबारा अपनी इस गाड़ी में नहीं बैठेगा। उसी ढाबे पर 2 कबाड़िए बैठे खाना खा रहे थे जिन्होंने उसके पास दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी को 50 हजार रुपए में खरीदने की पेशकश की तो गाड़ी के मालिक साबू ने उसी वक्त कबाड़िए से 50 हजार रुपए पकड़ उसके हाथ में गाड़ी की चाबी और कागजात देते हुए अपने हस्ताक्षर कर उन्हें गाड़ी बेच दी और खुद अपने दोस्तों के साथ गाड़ी में से सामान निकाल वहीं हाईवे पर बस पकड़ यू.पी. जाने के लिए दिल्ली को रवाना हो गए। उक्त घटना के बाद हर कोई इस बात की चर्चा कर रहा है कि कबाड़िए की लाटरी लग गई जिसने लाखों की कार मात्र 50 हजार में खरीद ली।
